प्रेगनेंसी (गर्भवती) या नहीं कैसे पहचाने ?

मां बनना हर स्त्री का सपना होता है, और यह अवसर बहुत ही खास होता है एक महिला के लिए। क्योंकि मां बनने का अहसास वाकई बेहद खूबसूरत होता है। अगर कोई महिला पहली बार मां बनने जा रही है, तो उसके बहुत सारे सवाल होते हैं मन में। बहुत सारी आशंकाएं होती हैं की कैसे वह पहचान करेगी कि वह मां बनने वाली है। ज्यादातर महिलाओं को तब पता चलता है जब वह अपना मासिक पीरियड मिस कर जाती है। इस दौरान अगर वह टेस्ट करवाती है तो भी उनको आसानी से रिपोर्ट में क्लियर हो जाता है कि वह गर्भवती है। कुछ महिलाए प्रेगनेंसी किट का भी प्रयोग करती हैं, जो कि आसानी से बाजारों में मिल जाती है। इससे भी आसानी से जानकारी मिल जाती है।

प्रेगनेंसी के कुछ सामान्य लक्षण

प्रेगनेंसी के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जैसे –
ब्लीडिंग का होना-
प्रेगनेंसी का सबसे पहला लक्षण यह है कि जब फर्टिलाइज्ड एग महिला की बच्चेदानी की लाइनिंग से मिलता है तो उस प्रक्रिया में कुछ ब्‍लड सेल्‍स फट जाते है। जिससे हल्की ब्लीडिंग स्टार्ट होती है। यह मासिक ब्लड से बिल्कुल अलग होता है। क्योंकि पीरियड की ब्लीडिंग में ब्लड फ्लो के साथ निकलता है और पेट या कमर में तेजी से दर्द होता है। लेकिन इस दौरान ब्लड हल्का-हल्का आता है।

वेजाइनल डिस्चार्ज होना
यह गर्भवती होने के तुरंत बाद ही दिखाई देने लग जाता है। वेजाइनल डिसचार्ज शारीरिक बदलाव होने लगता है जिसके कारण सेल्स बढ़ने लगते हैं जिससे थोड़ा बहुत डिस्चार्ज होने लगता है। लेकिन कुछ महिलाओं में ऐसा होता है जैसे वजाइना में दर्द होना, जलन या बदबू महसूस हो तो ये लक्षण एक इन्फेक्शन हो सकते हैं, इस दौरान आपको डॉक्टर की सलाह बहुत जरूरी होता है।

प्रेगनेंसी के कुछ प्रमुख लक्षण

प्रेगनेंसी के कारण पीरियड का न होना
अगर किसी महिला को एक हफ्ते या इससे ज्यादा दिन तक पीरियड नहीं आते हैं, तो प्रेगनेंसी के चांस हो सकता है। हालांकि पीरियड न आने के कई और भी कारण हो सकते है। स्ट्रेस या हॉरमोन्स में उतार-चढ़ाव के कारण में भी पीरियड नहीं आते है।अगर पीरियड किसी अन्य कारण से नहीं हो रहे हो तो डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए।

टॉयलेट बार-बार आना
अगर किसी महिला को पीरियड मिस होने के साथ टॉयलेट सामान्य की अपेक्षा ज्यादा बार जाना पड़ रहा हो तो यह लक्षण भी प्रेगनेंसी होने के लक्षण हैं।

ब्रेस्ट में भारीपन होना
प्रेगनेंसी की जब शुरुआत होती है तो हॉरमोन्स में बदलाव होने लगता है जिसकी वजह से ब्रेस्ट में भारीपन होने के साथ-साथ हल्का दर्द भी महसूस हो सकता है तो, यह भी प्रेगनेंसी होने के लक्षण हैं

जी मिचलाना भी संकेत 
अगर किसी भी महिला को सुबह उठते ही या दिन में किसी भी वक्त या रात में जी मिचलाना या उल्टी आती है तो यह प्रेगनेंसी का प्रमुख लक्षण होता है। अमूमन यह लक्षण प्रेगनेंसी के पहले महीने में दिखाई देता है।

हल्का बुखार होना
इस दौरान शरीर का तापमान बढ़ना यानी बुखार आना भी का एक ऐसा लक्षण है जिससे प्रेगनेंसी महसूस की जा सकती है। यह बुखार बहुत हल्का होता है

पेट में दर्द का होना
ज्यादातर महिलाओं को प्रेगनेंसी के शुरुआत में गर्भाशय में हल्का दर्द महसूस होता है। जोकि महिलाओं में अलग-अलग हो सकती है।

टेस्ट (स्वाद) और महक में बदलाव होना
अगर महिला गर्भवती होती है तो हो सकता है कि खाने की कुछ चीजों की महक उसको सही नहीं लगती है और कुछ की महक अच्छी भी लगती है।

मुझे आशा की इस ब्लॉग में आपको प्रेगनेंसी है या नहीं सारे डाउट क्लीयर हो गया होगा। अगर जानकारी सटीक लगी हो तो अपनी राय कमेंट करें ।

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