26 जनवरी पर बच्चो और बड़ों के लिए 3 फेमस भाषण

अगर आप अपने स्कूल या कॉलेज में गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाली भाषण प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं या फिर आप गणतंत्र दिवस के मौके पर कहीं स्पीच देना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए छोटे-छोटे दमदार भाषण के जरिए लोगों में जोश भर सकते हैं।

स्कूली बच्चों के लिए शॉर्ट स्पीच (1)

आदरणीय शिक्षकगण, माता-पिता और मेरे प्यारे मित्रों, आज हम सभी यहां बेहद खास अवसर पर 76 वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। भारत के लिए गणतंत्र दिवस केवल एक पर्व नहीं, बल्कि गौरव और सम्मान है। यह दिवस हर भारतीय का अभिमान है, अनगिनत लोगों की कुर्बानी के बाद भारत मां को 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली थी, लेकिन उसे स्वतंत्रता का आकार 26 जनवरी 1950 को मिला, क्योंकि इसी दिन हमारा भारत का संविधान लागू हुआ था।
हमारे देश के निर्माताओं ने हमें एक सुंदर और समृद्ध देश दिया है। उन्होंने हमारे लिए एक मजबूत संविधान बनाया है, जो हमें समानता, न्याय और स्वतंत्रता का अधिकार देता है।
आइए हम सब मिलकर अपने देश को और भी समृद्ध और शक्तिशाली बनाने के लिए प्रयास करें। आइए हम अपने देश के निर्माताओं के सपनों को पूरा करने के लिए काम करें और अपने देश को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाएं।
धन्यवाद! जय हिंद ! जय भारत!”

स्कूली बच्चों के लिए शॉर्ट स्पीच (2)

आदरणीय शिक्षकगण, माता-पिता और मेरे प्यारे मित्रों,
आज हम सब गणतंत्र दिवस के अवसर पर एकत्रित हुए हैं। यह दिन हमारे देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है, जब हमारा देश 1950 में एक गणराज्य बना था। हमारा देश भारत एक महान देश है, जो विविधता में एकता का प्रतीक है। हमारे देश में विभिन्न धर्मों, जातियों ओर संस्कृतियों के लोग रहते हैं, लेकिन हम सभी एक ही देश के नागरिक हैं।
हमारे देश के निर्माताओं ने हमें एक मजबूत और न्यायपूर्ण संविधान दिया है, जो हमें समानता, न्याय और स्वतंत्रता का अधिकार देता है। आइए हम सब मिलकर अपने देश को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाएं और हमारे संविधान के माध्यम से समानता, न्याय और स्वतंत्रता का अधिकार प्राप्त करें।
हमारे देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए हमें अपने देश के प्रति वफादार रहना होगा। हमें अपने देश की सेवा करनी होगी और उसकी रक्षा करनी होगी। आइए हम सब मिलकर अपने देश के लिए काम करें और उसे एक महान देश बनाएं। जय हिंद ! जय भारत!”

स्कूली बच्चों के लिए शॉर्ट स्पीच (3)

आदरणीय शिक्षकगण, माता-पिता और मेरे प्यारे मित्रों, आज हम सभी यहां बेहद खास अवसर पर 76 वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं।
देश के महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी महात्मा गांधी, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, सरदार वल्लभ भाई पटेल, लाल बहादुर शास्त्री आदि हैं। भारत को एक आजाद देश बनाने के लिए इन लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़ी। अपने देश के लिए हम इनके समर्पण को कभी नहीं भूल सकते हैं। हमें ऐसे महान अवसरों पर इन्हें याद करते हु सलामी देनी चाहिए।
डॉ. अब्दुल कलाम ने कहा था कि अगर एक देश भ्रष्टाचार मुक्त होता है तो सुंदर मस्तिष्क का एक राष्ट्र बनता है। उनका मानना था कि 3 प्रधान सदस्य हैं, जो अंतर पैदा कर सकते हैं। वे हैं- माता, पिता और एक गुरु। भारत के एक नागरिक के रूप में हमें इसके बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए और अपने देश को आगे बढ़ाने के लिए सभी मुमकिन प्रयास करना चाहिए। हमें जिम्मेदारी लेनी चाहिए तथा सामाजिक मुद्दों जैसे गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, ग्लोबल वॉर्मिंग, असमानता आदि से अवगत रहना चाहिए और अपने स्तर पर योगदान देना चाहिए।


दोस्तों गणतंत्र दिवस के मौके पर राजधानी में राजपथ पर तिरंगा फहराया जाता है। फिर राष्ट्रगान गाया जाता है और 21 तोपों की सलामी होती है। 1957 में सरकार ने बच्चों के लिए ‘राष्ट्रीय बहादुरी पुरस्कार’ शुरू किया था। बहादुरी पुरस्कार 16 साल से कम उम्र के बच्चों को अलग-अलग क्षेत्र में बहादुरी के लिए दिया जाता है। गणतंत्र दिवस के मौके पर अशोक चक्र और कीर्ति चक्र जैसे महत्वपूर्ण सम्मान दिए जाते हैं। इसके बाद हमारी सेना अपना शक्ति प्रदर्शन और परेड मार्च करती है। जिसको देखकर हम बहुत गौरव महसूस करते हैं।
और अंत में… जय हिन्द जय भारत भारत || माता की जय ||

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