मौनी अमावस्या पर संगम तट पर मची भगदड़

मौनी अमावस्या पर संगम तट पर मची भगदड़

महाकुंभ 2025, में बुधवार को मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट पर अचानक भगदड़ मच गई। जिसमें कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए हैं। वहां पर बचाव कार्य के लिए 40 एंबुलेंस की व्यवस्था कराई गई है जो कि घायल श्रद्धालुओं को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रही है।
सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि, अब तक 31 लाश को पोस्टमार्टम के लिए कॉल्विन अस्पताल स्थित मर्चरी में भेजा गया है। लेकिन प्रशासन की ओर से मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

आपको बता दें महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या में स्नान के दौरान संगम नोज घाट पर अचानक भगदड़ मचने से बड़ा हादसा हो गया। इसमें अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है और 200 से अधिक श्रद्धालुओं का उपचार चल रहा है। हादसे में 40 से अधिक एंबुलेंस के माध्यम से घायलों और मृतकों को केंद्रीय अस्पताल लाया जा रहा है।

कैसे हुआ हादसा ?

महाकुंभ 2025 में स्नान करने गए श्रद्धालुओं की चीख पुकार से संगम से लेकर महाकुंभ के केंद्रीय चिकित्सालय तक कोहराम मचा हुआ है। एंबुलेंस के सायरन पूरी रात से गूंज रहे हैं। इस हादसे में बेकाबू भीड़ को बैरिकेडिंग करके रास्ता रोकने के कारण हादसा होना बताया जा रहा है। इस मौके पर भारी संख्या में फोर्स तैनात किया गया है। लेकिन फिलहाल मौनी अमावस्या का स्नान जारी है। लेकिन इस घटना से आक्रोशित अखाड़ों ने इस अमृत स्नान का बहिष्कार किया है।

यह घटना रात एक से दो बजे के बीच बताई जा रही है पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे मृतकों के परिजनों ने बताया कि बड़ी संख्या में लोग स्नान के लिए संगम नोज की ओर जा रहे थे। और वह पोल नंबर 11 से 17 के बीच चल रहे थे तभी अचानक बहुत तेज पीछे से भगदड़ मच गई। जिसके वजह से यह घटना घटी।

सीएम योगी ने संगम न आने की किया अपील

मौनी अमावस्या को हुए हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संगम न आने की अपील की है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मां गंगा के जो जिस घाट के पास है, वहीं स्नान करें। संगम नोज जाने का प्रयास न करें। स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। किसी भी घाट पर स्नान किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन के निर्देश का पालन करें और व्यवस्था बनाने में सहयोग दें। बहुत जल्द ही प्रशासन के द्वारा सब ठीक हो जाएगा।

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