
पैन कार्ड 2.0 स्कैम, साइबर अपराधियों का नया हथकंडा बन चुका है। यदि आपका खाता भारतीय पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) में है, तो सतर्क हो जाइए। स्कैमर्स अब बैंक खाताधारकों को ठगने के लिए नई योजनाएं बना रहे हैं।
स्कैम कैसे काम करता है?
स्कैमर्स खाताधारकों को संदेश भेजकर दावा करते हैं कि उनका बैंक खाता फ्रीज कर दिया जाएगा। वे पैन कार्ड विवरण अपडेट न करने का बहाना देकर उपयोगकर्ताओं से संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं।
खुद को सुरक्षित रखने के तरीके इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए नीचे दिए गए सुरक्षा उपायों को अपनाएँ:
1. संदिग्ध संदेशों से सतर्क रहें
किसी भी ईमेल, एसएमएस, या कॉल में दिए गए लिंक पर बिना सोचे-समझे क्लिक न करें। स्कैमर्स अक्सर लिंक के जरिए आपका डेटा चुराने की कोशिश करते हैं।
2. पासवर्ड नियमित रूप से अपडेट करें
अपने बैंक अकाउंट के पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें। आप पासवर्ड स्टोर करने के लिए पासवर्ड मैनेजर का उपयोग कर सकते हैं।
3. नकली कस्टमर केयर नंबर से बचें
हमेशा अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करें। गूगल पर सर्च किए गए किसी नंबर पर भरोसा न करें।
4. संदिग्ध लिंक और अटैचमेंट्स से बचें
ईमेल में भेजी गई किसी भी अनजान फ़ाइल या अटैचमेंट को खोलने से पहले सावधानी बरतें। स्कैमर्स अक्सर वायरस से संक्रमित फ़ाइलें भेजते हैं जो आपके डिवाइस की सुरक्षा को खतरे में डाल सकती हैं।
5. सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग सावधानी से करें
पब्लिक वाई-फाई पर बैंकिंग या व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। यह साइबर अपराधियों के लिए एक आसान रास्ता हो सकता है।
6. बैंकिंग संचार की प्रामाणिकता की पुष्टि करें
कोई भी जानकारी साझा करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि वह आपके बैंक की ओर से ही है।
धोखाधड़ी के संकेत
ईमेल या मैसेज में व्याकरणिक गलतियां।
“तुरंत कार्रवाई करें” जैसे अलार्मिंग संदेश।
“आपका खाता फ्रीज हो जाएगा” जैसे डराने वाले दावे।
पैन कार्ड स्कैम से बचने की युक्तियाँ:
फ़ाइल एक्सटेंशन की जाँच करें
संदिग्ध ईमेल में भेजी गई फाइलों के एक्सटेंशन पर ध्यान दें। उदाहरण के लिए, .exe, .zip जैसी फाइलें अक्सर वायरस से संक्रमित हो सकती हैं।
बहुत अच्छे व सच्चे ऑफ़र से सावधान रहें
अगर कोई ऑफ़र आपकी कल्पना से बेहतर लग रहा है, तो यह शायद एक जाल है।
पासवर्ड-संरक्षित फाइलों से बचें
स्कैमर्स अब पासवर्ड-प्रोटेक्टेड फाइलों में वायरस छिपा रहे हैं। ऐसी फाइलें न खोलें, भले ही यह किसी भरोसेमंद स्रोत से आए हों।
याद रखें: आपकी सुरक्षा आपके हाथ में है। जागरूक रहिए और अपने डिजिटल फुटप्रिंट्स को सुरक्षित रखिए। यदि आपको किसी संदेश पर शक है, तो तुरंत बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से संपर्क करें।